अब संयमित होकर जल को बचाने की जरूरत –डी० टी एस पाल

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चंदौसी –: भारतीय मानव कल्याण समिति द्वारा जल संरक्षण हेतु विचार गोष्ठी विनायक मार्ग स्थित कार्यालय पर आयोजित की गई।

समिति प्रबंधक डॉ टीएस पाल ने कहा आज जलस्तर गिरने से देश के मध्य में स्थित ज्यादातर प्रदेश प्रभावित हो रहे है।जिसके लिए हम खुद जिम्मेदार है।क्योंकि आवश्यकता से अधिक पानी का दोहन कर रहे है।गांवों में पानी संरक्षण को बने तालाब,पोखर एवम नहरें सूख चुकी है जिनके पानी का उपयोग खेत की सिंचाई,जानवरों को नहाने और पीने में किया जाता रहा है।अब संयमित होकर जल को बचाने की जरूरत है क्योंकि जल है तो ही कल है।

ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा ज्यादा पानी न बाहें. बाजार,रास्ते मे चलते नल को देखते ही बंद करे।बरसात के पानी को संरक्षित करने की चिंता करें।घर मे कपड़ा,वर्तन धोने से निकले पानी को पौधों में डालकर उपयोग में लाएं।शुभम अग्रवाल ने कहा पीने योग्य पानी का स्तर 20 फिट से नीचे गिरकर 40-50 फिट पर पहुंच चुका है।इसलिए 90 प्रतिशत हैंडपम्पों में जल चढ़ ही नही पा रहा है।

अध्यक्षता ओमप्रकाश गुप्ता ने तथा संचालन आकाश शर्मा ने किया।इस दौरान मुनीष बाबू वार्ष्णेय,प्रमोद कुमार गुरु,हार्दिक गुप्ता ,सौरभ बाबू,उमेशचंद्र गुप्ता,ऋषभ रस्तोगी,सचिन मिश्रा,शिवम आदि उपस्थित रहे।