गरीब परिवारों का सहारा बना आयुष्मान गोल्डन कार्ड — डॉ हरविंदर सिंह

0
64

पुष्पेंद्र कुमार शर्मा की रिपोर्ट

चंदौसी (संभल))जिले के सभी ब्लॉकों में शिविर लगाकर आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड (गोल्डन कार्ड) मुहैया कराने के लिए चलाए गए नि:शुल्क आयुष्मान पखवाड़े केअंतर्गत लगाए गए शिविरों में पात्र लोगों ने पात्र सूची में था अधिकतर कार्ड प्राप्त कर चुके हैं

आयुष्मान नोडल अधिकारी डॉ. हरविंदर सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड (गोल्डन कार्ड) मुहैया कराने के लिए नि:शुल्क आयुष्मान पखवाड़ा चलाकर कार्ड बनवाए गए ‌। यह पखवाड़ा 4 मई से 18 मई तक चलाया गया। जनपद के सभी ब्लॉकों, नगर पालिकाओं, नगर परिषद में प्रतिदिन शिविर लगाकर। आयुष्मान पखवाड़े में अभी तक 43 हजार 818 लोगों के आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। और अब तक जनपद में 6 लाख 234.परिवारों के नाम पात्र लाभार्थियों की सूची में है। उन्होंने बताया इस कार्य में आशा, आरोग्य मित्र के अलावा पंचायत प्रतिनिधियों से भी सहयोग लिया जा रहा है। प्रतिदिन आयुष्मान पखवाड़े के तहत प्रतिदिन टीम गांव में जाकर के आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाए गए है। और जिन गांव में शिविर लगाये गये। उस गांव में दो दिन पहले से आशा के द्वारा प्रचार-प्रसार कराकर लोगों को जागरूक किया गया । ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि हर चयनित परिवार के व्यक्ति का गोल्डन कार्ड बनाया जा सके ।

उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना देश में कमजोर वर्गों के लोगों को मुफ्त में हर वर्ष पांच लाख तक की बीमा राशि मुहैया कराती है। यह दुनिया की सबसे बड़ी और पूरी तरह से सरकारी खर्च पर चलने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसमें कैंसर और दिल की बीमारियों जैसे एक हजार से ज्यादा गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए जिले के 14 सूचीबद्ध सरकारी व निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध है। जिसमें 11 सरकारी अस्पताल और 3 जिले के और 2 मुरादाबाद निजी अस्पताल शामिल है। इसके अलावा योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध सरकारी व निजी क्षेत्र के प्रदेश के अस्पतालों में देश के अन्य शीर्ष स्तर के अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा है। जिस पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड है। वह छोटी से लेकर बड़ी बीमारी तक का इलाज अस्पताल में भर्ती होकर करवा सकता है। बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच ऑपरेशन इलाज व दवा का खर्च इसके तहत कवर होता है। अगर कोई व्यक्ति कार्ड से पहले से बीमार है। तो भी उसका इलाज इस योजना के अंतर्गत होगा ।

उन्होंने कहा कि किसी भी लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री द्वारा भेजे गए पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड, वोटर आईडी साथ लाना होगा। कैंप संबंधित ग्राम पंचायत के किसी सार्वजनिक स्थान जैसे पंचायत भवन, विद्यालय या अन्य किसी सुविधाजनक स्थान पर आयोजित किया जाता है।

आयुष्मान गोल्डन कार्ड लाभार्थी, गुंजन पत्नी कृष्णकांत निवासी आवास विकास कॉलोनी चंदौसी ने बताया की मेरी पित्त की थैली में पथरी थी । जिसकी वजह से मैं 1 साल से बहुत परेशान थी मैंने सरकारी हॉस्पिटल जाकर आयुष्मान गोल्डन कार्ड के बारे में ऑपरेशन कराए जाने संबंधित एमओआईसी हरविंदर सिंह से बात की उन्होंने कहा जब आपके पास गोल्डन कार्ड है तो इसका फायदा अवश्य लीजिए। मुरादाबाद के एक निजी हॉस्पिटल के लिए मुझे रेफर कर दिया। वहां मेरा आयुष्मान गोल्डन कार्ड के द्वारा निशुल्क ऑपरेशन हुआ। मुझे एक भी रुपया पैसा किसी भी जांच वगैरह में नहीं खर्च करना पड़ा। मैं बिल्कुल स्वस्थ हूं । उन्होंने कहा जिन लोगों के पास आयुष्मान गोल्डन कार्ड हैं बह निडर होकर डॉक्टर से संपर्क करके अपना इलाज निशुल्क करवा कर गोल्डन कार्ड के द्वारा अपना व अपने परिवार का निशुल्क इलाज करा कर आयुष्मान गोल्डन कार्ड योजना का लाभ ले सकते है। उन्होंने साथ ही कहा जिनके पास गोल्डन कार्ड है ‌ उन्हें कोई असुविधा नहीं होगी। सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ पाए |साथ ही दूसरों को इसके बारे में बता कर जागरूक करें