आलोक शर्मा / प्रवेश चौहान
संभल, 25 जनवरी 2023
जनपद में पिछले दिनों चले पुरूष नसबंदी पखवाड़े में नौ पुरुषों ने स्वेच्छा से नसबंदी कराई है। परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. कुलदीप कुमार आदिम ने बताया कि इस वर्ष अभी तक नौ पुरुषों की नसबंदी हुई है, जबकि वर्ष 2022 में चले पखवाड़े से अब तक लगभग 850 महिला नसबंदी हो चुकी है। सिविल अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंदौसी में इच्छुक लाभार्थियों को नसबंदी कराने की सेवा प्रदान की जा रही है।
चंदौसी स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं एनएसवी विशेषज्ञ डॉ हरविंदर सिंह का कहना है कि पुरुष नसबंदी पूरी तरह से सुरक्षित प्रक्रिया है। नसबंदी के बाद एक दो दिन का आराम बहुत जरूरी होता है। अधिकतर पुरुष दो तीन दिन बाद काम पर जा सकते हैं। सामान्य शारीरिक गतिविधि जैसे भागना, वजन उठाना, साइकिल चलाना आदि काम एक सप्ताह रुककर शुरू किए जा सकते हैं।
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक संजीव राठौर ने बताया कि मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के तहत नसबंदी अपनाने वाले पुरुषों को प्रोत्साहन राशि के रुप में 3,000 रुपए और महिलाओं को 2,000 रूपए दिए जाते हैं।
नसबंदी करवाकर हरीश बनें मिसाल
इसी पखवाड़े में नसबंदी करा चुके संभल के हरीश सिंह ने बताया कि मित्र ने दो साल पहले नसबंदी कराई थी। अब वह खुश है। उन्हीं की सलाह पर मैंने भी नसबंदी करा ली। मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। अब मैं बिल्कुल स्वस्थ हूं। मुझे इसके लिए तीन हजार रुपए भी मिले। मैं अपील करता हूं कि जो लोग पत्नी से प्यार करते हैं वह परिवार पूर्ण होने पर नसबंदी अपना लें।