बच्चों की खांसी को न करें , अनदेखा, हो सकती है टीबी- डीटीओ

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अलोक शर्मा

जिले में.166 टीबी ग्रसित बच्चे उपचाराधीन, 124 हुये स्वस्थ
क्षय उन्मूलन

दो हफ्ते से अधिक खांसी व बुखार आने पर टीबी होने का खतरा- प्रोटीन व विटामिन युक्त आहार और साफ़-सफाई का रखें ध्यान

बहजोई (संभल) 16 नवंबर 2022 बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता वयस्कों की तुलना बेहद कमजोर होती है। जरा सी लापरवाही से बच्चों में सर्दी, खांसी, एलर्जी बढ़कर टीबी का रूप ले सकती है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ संतोष कुमार सिंह ने बताया कि बदलते मौसम में अधिकतर अभिवावक बच्चों की खांसी को मामूली खांसी या एलर्जी मानकर हल्के में लेते हुए जांच कराना सही नहीं समझते है। परंतु यही सामान्य खांसी या एलर्जी टीबी का रूप ले सकती है । इस सब की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2025 तक देश को क्षय रोग मुक्त बनाने के लिए जनमानस को जागरूक हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर संतोष कुमार कहा कि बच्चों को यदि 15 , से अधिक दिन से लगातार खांसी, बुखार आ रहा है । तो टीवी के लक्षण होने की संभावना है शुरूआत में ही इसे पहचान लिया जाए तो गंभीर समस्या होने से बचने के साथ-साथ इसे रोका भी जा सकता है। समस्त सरकारी चिकित्सालयों और स्वास्थ्य केन्द्रों पर निःशुल्क जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
पीपीएम पंकज यादव ने बताया राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में लगातार वयस्कों के साथ बच्चों की भी जांच की जा रही है। इस साल 18 वर्ष तक के अब तक करीब 166 बच्चे टीबी रोग से ग्रसित मिले हैं उन्हें उनका निशुल्क इलाज कराया जा रहा है। साथ ही सभी रोगियों को जानकारी दी जाती है की यदि आपको ख़ासी आ रही है तो मास्क का प्रयोग करें ।
साफ़-सफाई व खानपान का रखें ध्यान दे खांसते और छींकते समय अपने मुंह पर कपड़ा रखें। खाने में प्रोटीन युक्त व विटामिन युक्त पौष्टिक आहार, मौसमी फलों और हरी सब्जियों का सेवन अधिक सेअधिक कराएं। पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं। विटामिन सी वाले फल जैसे संतरा, नींबू का सेवन अधिक मात्रा में कराएं यह सभी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।

ऐसे करें बचाव – – बदलते मौसम में बच्चों को बाहर के खाने से बचाएं बाहर जाते समय मुंह और नाक को सही से ढककर मास्क लगाकर बाहर जाने दें।