6 माह तक शिशु को सिर्फ मां का दूध, ही दें
आलोक शर्मा
चंदौसी(संभल),3 अक्टूबर 2022। शिशुओं की अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि उन्हें 6 महीने तक केवल मां का दूध दिया जाए, इसके अलावा कुछ नहीं, यहां तक कि पानी भी नहीं। मां के दूध में वह सभी आवश्यक पोषण तत्व होते हैं जो बच्चे के विकास के लिए जरूरी होते हैं। मां का पहला पीला गाढ़ा दूध बच्चे के लिए अमृत के समान होता है, जो तमाम बीमारियों से शिशु की रक्षा करता है और उसे कुपोषण से बचाता है।
यह कहना है, डॉक्टर गौरी
उन्होंने बताया- जनपद में राष्ट्रीय पोषण माह एक सितंबर से शुरू होकर यह अभियान 30 सितंबर तक चलाया गया। उन्होंने बताया इस माह के अंतर्गत आंगनबाड़ी और आशा कार्यकतार्ओं को सभी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई । इसी क्रम में एक रोज पहले लोगों में पोषण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए पोषण रैली का आयोजन किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया-पोषण माह के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्तनपान के बारे में धात्री महिलाओं को अवगत करा रही हैं। दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए खाने संबंधित जानकारी दे रही हैं
दूध बढ़ाने के लिए क्या खाएं :- खास तौर पर स्टार्च युक्त भोजन, हरी सब्जियां फल, दाल दलहन, चावल अनाज से बनी रोटी आलू, जई का इस्तेमाल करें ।
शिशु को छह महीने तक स्तनपान कराने के फायदे भी गिना रही हैं। यही नहीं वह बता रही हैं कि बोतल से दूध पिलाने पर संक्रमण का खतरा बना रहता है।
यदि बच्चे को छह माह तक स्तनपान नहीं कराया गया तो वह अपेक्षाकृत कमजोर और कुपोषण का शिकार भी हो सकता है। ऐसे में शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि अपने बच्चों को जन्म से लेकर छह महीने तक प्रत्येक मां केवल स्तनपान कराएं। उहोंने बताया-दूध पिलाने के बाद यदि बच्चा दो घंटे आराम से सोता है तो समझना चाहिए कि वह पूरी तरह स्वस्थ है।