यूपी न्यूज़ भारत –: मेला गणेश चौथ के आयोजन में मेला संस्थापक परम श्रद्धेय डॉ०गिरिराज किशोर गुप्ता की स्मृति में मेले के नटराज मंच पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ।✍️मेरठ से कवयित्री डॉ० शुभम त्यागी ने पढ़ा-चाँद को तन्हा तकने लगी आजकल।कहती माँ है सयानी हुई आजकल।सामने बैठ दर्पण के इठलाक़े मैं,बात खुद से ही करने लगी आजकल।। ✍️इंदौर से कवियत्री डॉ० भुवन मोहिनी ने पढ़ा-इक अधूरी कहानी तो मुझमें भी है,धड़कें दिल वो जवानी तो मुझमें भी है,तुम जो छू लो शिवाला बनूँ प्रेम का,इक मीरा दीवानी तो मुझमें भी है।✍️लखनऊ से कवि पंकज प्रसून ने पढ़ा-कुर्सी का पानी से गहरा नाता है कुर्सी छिनते ही आंखों में पानी भर जाता है और कुर्सी मिलते ही आंखों का पानी मर जाता है.
कवि श्रीकांत श्री ने पढ़ा-भले ही दीप से पूजा तू आठोयम मत करना,मिले कोई मोहल्ले में तो राधेश्याम मत करना,नमन करना या मत करना कोई कुछ ना कहेगा पर,शहीदों की शहादत को कभी बदनाम मत करना।✍️कवि दीपक गुप्ता ने पढ़ा-आपको हम रब समझते हैंआप हमको कब समझते हैंहम कहें क्यों आपको शातिरआपको तो सब समझते हैं..✍️कवि शम्भू शिखर ने पढ़ा-बातों में वो पहले से अधिक मीन हो गईमौका मिला तो दो से भले तीन हो गईकरता था सैनिटाइज जिसे इश्क़ से अपने जाने वो किसके संग क्वारन्टीन हो गई।✍️कवि सौरभ कान्त शर्मा ने पढ़ा-है राष्ट्र बड़ा सारे ही धर्मों को छोड़कर।
आओ करे प्रणाम सभी हाथ जोड़कर।इतना तो मान रखना मेरे प्रभु मेरा,अंतिम सफर पे निकलूं, तिरंगे को ओढ़कर।।इस दौरान उपजिलाधिकारी राजपाल सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी दिनेश कुमार, प्रभारी निरीक्षक दीपक कुमार, वेद प्रकाश गुप्ता, मेला निरीक्षक राकेश कुमार सहित मेला परिषद से हरिगोपाल वार्ष्णेय, ललित किशोर गुप्ता, विनय सर्राफ, सुधीर गुप्ता, रविन्द्र कुमार रूपी, डॉ० राजीव गुप्ता, मनोज गुप्ता मीनू, लोकेन्द्र शर्मा, प्रजीत लालू, सतेन्द्र मामा, प्रभात कृष्णा, मेजर शशिकांत गुप्ता, मुकेश ब्रेड, शुभम अग्रवाल, प्रफुल्ल कुमार आदि रहे।