(आलोक शर्मा /Pravesh Kumar Chauhan)
चंदौसी –:भारत विकास परिषद द्वारा सेवा पखवाड़े के अंतर्गत स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक की जयंती पर विचार गोष्ठी एवम नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ बाल गंगाधर तिलक,चंद्रशेखर आजाद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित करके किया गया ।
.भारत विकास परिषद की सचिव डॉ दुर्गा टंडन ने बताया पिछले 10 जुलाई से 24 जुलाई तक शीर्ष परिषद द्वारा सेवा कार्य किए जा रहे हैं ।जिसके अंतर्गत आज स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद की जयंती के उपलक्ष में मोहल्ला खातियान स्थित दयानंद उच्च प्राथमिक विद्यालय में बच्चों का नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित किया गया। जिसमें 130 बच्चों ने नेत्र परीक्षण कराया।
विचार गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित समाजसेवी डॉ टी एस पाल ने बताया बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई 1856 को महाराष्ट्र के जिला रत्नागिरी के चिखली गांव में हुआ।उनके पिता गंगाधर राव पहले स्कूल के अध्यापक थे और बाद में प्राथमिक विद्यालयों के निरीक्षक बन गए थे ।उन्हें पिता से विद्या और माता से धार्मिक भावना के संस्कार गले थे।जब भी पुणे के सिटी स्कूल में छात्र थे, तब शिक्षक द्वारा दिए गए गणित के प्रश्नों को कॉपी पर न करके मौखिक ही हल कर देते थे। 10 वर्ष की आयु में मां की ममता से और सौलह वर्ष की आयु में पिता का साया उनके ऊपर से हट गया। और जमा पूंजी अपने छोटे भाइयों और भतीजो को शिक्षा प्रदान करने में खर्च कर दी। उनकी विशेष देन गणेश महोत्सव,शिवाजी महोत्सव, स्वदेशी आंदोलन आदि हम सब मना रहे हैं।उनको आधुनिक भारत का पिता कहा गया।भारत विकास परिषद के अध्यक्ष शिवनंदन शर्मा ने कहा देश को आजाद कराने के लिए स्वतंत्रता सेनानी एवं क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।जिन्होंने देश के युवाओं को आजादी का नया मार्ग प्रशस्त किया।और ब्रिटिश सरकार की प्रत्येक नीति का देशभर में विरोध कराया जिसे अंग्रेजी सरकार लड़खड़ा गयी।शायर हिमांशु भारद्वाज ने राष्ट्रीय ध्वज को समर्पित गीत सुनाया।अध्यक्षता अध्यक्ष शिवनन्दन शर्मा ने सचिव डॉ दुर्गा टंडन ने किया।
इस दौरान अभिषेक गुप्ता,शैलेन्द्र राघव,दिनेश चंद्र गुप्ता,भावना गुप्ता,डॉ जयशंकर दुबे,डॉ कुसुमलता बरनवाल,डॉ तनुज बरनवाल,आयुषी गुप्ता,हेमंत कुमार आदि उपस्थित रहे।