आलोक शर्मा
यूपी न्यूज़ भारत संभल –: हिन्दू जागृति महिला मंच ने स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर विचार गोष्ठी आयोजित करके उन्हें सच्चा समाजसेवी, आर्य समाजी, वेदिक ऋषि, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा दलितोद्धारक बताकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।नगर के मोहल्ला ठेर में स्थित वनखंडन मंदिर में हिंदू जागृति मंच द्वारा विचार गोष्ठी आयोजित की गई। सर्वप्रथम स्वामी श्रद्धानंद जी के चित्र के समक्ष सरिता गुप्ता एवं गुंजा गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया। विष्णु कुमार ने भगवत भजन सुना कर आध्यात्मिक वातावरण बनाया तो जिला महासचिव शालिनी रस्तोगी ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन परिचय पर विस्तार से प्रकाश डाला। अमित कुमार शुक्ला ने स्वामी श्रद्धानंद जी के द्वारा किए गए बाल विवाह पर रोक, स्त्री शिक्षा और विधवा विवाह का प्रचलन प्रारंभ कराना, हिंदू धर्म में परावर्तन अर्थात पुनः हिंदू बनाने की प्रक्रिया चलाने जैसे अनेक कार्य बताकर स्वामी श्रद्धानंद जी को याद किया। राजेंद्र गुर्जर ने स्वामी श्रद्धानंद जी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका की सराहना की। तथा गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की स्थापना को समाज के लिए उपहार बताया।मुख्य वक्ता श्याम शरण शर्मा ने स्वामी श्रद्धानंद जी को दलितोद्धारक, समाज सुधारक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सनातन धर्म को सम्मान देने वाले आर्य समाजी पुरोधा को नमन करते हुए उनकी शिक्षाओं पर अमल करने का आह्वान किया। साधना गुप्ता, रूपाली गुप्ता, अजय कुमार शर्मा, राजेंद्र सिंह गुर्जर आदि ने अपने विचार व्यक्त कर स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस को सार्थक सिद्ध किया। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता हिंदू जागृति मंच के महामंत्री श्याम शरण शर्मा ने की तथा संचालन सुबोध कुमार गुप्ता ने किया।
हिंदू जागृति महिला मंच ने स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर विचार गोष्ठी आयोजित करके उन्हें सच्चा समाजसेवी, आर्य समाजी, वेदिक ऋषि, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा दलितोद्धारक बताकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
नगर के मोहल्ला ठेर में स्थित वनखंडन मंदिर में हिंदू जागृति मंच द्वारा विचार गोष्ठी आयोजित की गई। सर्वप्रथम स्वामी श्रद्धानंद जी के चित्र के समक्ष सरिता गुप्ता एवं गुंजा गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया। विष्णु कुमार ने भगवत भजन सुना कर आध्यात्मिक वातावरण बनाया तो जिला महासचिव शालिनी रस्तोगी ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन परिचय पर विस्तार से प्रकाश डाला। अमित कुमार शुक्ला ने स्वामी श्रद्धानंद जी के द्वारा किए गए बाल विवाह पर रोक, स्त्री शिक्षा और विधवा विवाह का प्रचलन प्रारंभ कराना, हिंदू धर्म में परावर्तन अर्थात पुनः हिंदू बनाने की प्रक्रिया चलाने जैसे अनेक कार्य बताकर स्वामी श्रद्धानंद जी को याद किया। राजेंद्र गुर्जर ने स्वामी श्रद्धानंद जी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका की सराहना की। तथा गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की स्थापना को समाज के लिए उपहार बताया।
मुख्य वक्ता श्याम शरण शर्मा ने स्वामी श्रद्धानंद जी को दलितोद्धारक, समाज सुधारक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सनातन धर्म को सम्मान देने वाले आर्य समाजी पुरोधा को नमन करते हुए उनकी शिक्षाओं पर अमल करने का आह्वान किया। साधना गुप्ता, रूपाली गुप्ता, अजय कुमार शर्मा, राजेंद्र सिंह गुर्जर आदि ने अपने विचार व्यक्त कर स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस को सार्थक सिद्ध किया। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता हिंदू जागृति मंच के महामंत्री श्याम शरण शर्मा ने की तथा संचालन सुबोध कुमार गुप्ता ने किया।