रितु नारंग ने कहा कि कारोना काल में लोगों को स्वस्थ्य रहना है ताकि किसी भी तरह के खतरे से बचने के लिये पहले से हमारा शरीर तैयार रहे। उन्होने कहा कि योग व प्राणायाम हमारी पुरानी संस्कृति कला है जिससे इम्युनिटि बढ़ती है। सभी को योग का अभ्यास जरुर करना चाहिये। हम संयुक्त रुप से शरीर, मन और आत्मा से बने हैं। शरीर में कोई भी अनियमितता मन को प्रभावित करती है। मन में निराशा और थकान शरीर में रोग का कारण बनती है। जबकि योग, प्रणायाम व ध्यान तनाव को दूर रखकर प्रतिरक्षण क्षमता सुधारते हैं।
सम्भल/चन्दौसी (अलोक शर्मा /राकेश हर्ष वर्धन)। नगर के मौलागढ़ स्थित ए0एम0 वल्र्ड स्कूल में चार दिवसीय वर्चुअल विशेष योग व प्राणायाम शिविर का बुधवार को समापन हुआ। कारोना संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए योग शिक्षिका रितु नारंग के दिशा निर्देशों में ए0एम0 वल्र्ड स्कूल में सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं के लिये इस शिविर का आयोजन किया गया था। जिसके अंतिम दिन विभिन्न प्रकार के योग व प्राणायाम कराये गये और उनका महत्व बताया गया।
स्कूल प्रबंधक अनूप मंगल ने बताया कि योग सबके लिये एक आशीर्वाद है। योग विवेक प्रदान करता है, इससे तनाव से मुक्ति मिलती है। योग मनुष्य के शरीर को स्वस्थ्य बनाने के अतिरिक्त और भी बहुत से काम करता है। यह मन को संतुलित करता है तथा आत्मा को पोषित करता है। उन्होने बताया कि शिक्षक व शिक्षिकाओं ने चार दिवसीय वर्चुअल विशेष योग व प्राणायाम शिविर में प्रशिक्षण का जो लाभ लिया है उसे वह अपने छात्र छात्राओं को प्रदन करेंगे व इसके लाभ बतायेंगे जिससे वह भी योग व प्रणायाम को अपने जीवन में उतार सकें।