चंदौसी (संभल) सर्व समाज जागरूकता अभियान एवं महापुरुष समिति के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिलाने वाले तथा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन की जयंती खुर्जा गेट स्थित दयानंद कमपोजिट जूनियर हाई स्कूल एवं सरोजिनी नायडू जूनियर हाई स्कूल में समारोह पूर्वक मनाई गई सर्वप्रथम उनके चित्र पर मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कवि माधव मिश्र ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया l अध्यक्षता श्रीमती उमा टंडन ने की तथा संचालन प्रधानाध्यापिका डॉक्टर दुर्गा टंडन ने किया
समारोह के दौरान छात्र-छात्राओं की भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन के ऊपर भाषण प्रतियोगिता भी कराई गई तथा छात्र छात्राओं को प्रथम ,द्वितीय , तृतीय तथा 5 सांत्वना पुरस्कार भी अतिथियों द्वारा प्रदान किए गए l विशिष्ट अतिथि श्री राजीव मोहन टंडन ,देवेंद्र प्रसाद शर्मा पूर्व प्रवक्ता, मनोकामना इंटर कॉलेज के प्रबंधक श्री प्रमोद कुमार गुप्ता ,पूर्व बैंक मैनेजर श्री दिनेश चंद गुप्ता, पूर्व सेवानिवृत्त अधिकारी श्री एन के शर्मा, पूर्व प्रधानाध्यापक श्री रोशनलाल, प्रधानाध्यापक श्री अभिषेक कुमार गुप्ता एवं शिक्षामित्र श्रीमती आयुषी गुप्ता रहे l अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कवि माधव मिश्र ने कहा कि भारत रत्न पुरुषोत्तम दास टंडन का जन्म 1 अगस्त सन 1882 को प्रयागराज में हुआ उनके पिता सालिगराम टंडन थे l 1894 में मिडिल, 1897 में हाई स्कूल ,1899 में इंटर, 1904 में बी ए ,1906 में एलएलबी,1908 में इतिहास से स्नातकोत्तर किया l 1906 में प्रयागराज से प्रतिनिधि चुने गए l उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत शुरू की ,बाद में ग्वालियर में लेक्चरर बने, अटल जी उनके छात्र रहे l 1920 में असहयोग आंदोलन के दौरान गांधी जी के सहयोगी रहे तथा 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन में गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया l 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया l 1944 में जेल से छोड़ा गया l 1950 में उत्तर प्रदेश के स्पीकर बने तथा 1952 में लोकसभा सांसद एवं 1957 में राज्यसभा सांसद रहे l
उन्होंने 1949 में हिंदी को राजभाषा बनाने की पुरजोर वकालत की , उनका कहना था मेरा साध्य स्वतंत्रता के साथ-साथ हिंदी भी है 1949 में हिंदी को राजभाषा तथा देवनागरी को राज लिपि घोषित किया गया ।
1961 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया l उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ के द्वारा प्रतिवर्ष राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन हो गया , टंडन की स्मृति में चार लाख का पुरस्कार दिया जाता हैl 1 जुलाई 1962 को इस महान व्यक्तित का निधन हो गया l अध्यक्षता करते हुए श्रीमती उमा टंडन, संचालन करते हुए
प्रधानाध्यापिका श्रीमती दुर्गा टंडन ने कहा कि भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन हम सबके आदर्श हैं ,जिन्होंने जीवन भर संघर्ष करते हुए देश को आजादी दिलाने के साथ हिंदी को राजभाषा बनाने में योगदान दिया l विशिष्ट अतिथि प्रधानाध्यापक श्री अभिषेक कुमार गुप्ता ने कहा कि देशभक्त टंडन जी का योगदान अविस्मरणीय हैl हम सबको अपनी हिंदी पर गर्व है ,समारोह में विशेष अतिथि राजीव मोहन टंडन, देवेंद्र प्रसाद शर्मा ,प्रमोद कुमार गुप्ता ,दिनेश चंद गुप्ता ,एनके शर्मा ,रोशन लाल ,आयुषी गुप्ता ,सुषमा रानी मोहित टंडन ,अनुष्क गुप्ता आदि मौजूद रहे l