वधु रवीना के माता पिता ने किया सुभाष बाल्मीकि को सम्मानित

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सम्भल/चन्दौसी (राकेश हर्ष वर्धन)। नगर के पाॅवर हाउस नई कालोनी निवासी समाजवादी पार्टी अनुसूचित जाति जनताति प्रकोष्ठ के चन्दौसी विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष सुभाष बाल्मीकि की पहल तथा अथक प्रयासों के परिणाम स्वरुप आजादी के 75 वर्ष बाद ग्राम लोहामई थाना जुनावई में प्रथम बार किसी बाल्मीकि समाज के व्यक्ति की बारात धूमधाम से चढ़ सकी थी। वधु रवीना बाल्मीकि के माता पिता तथा गांव के समस्त बाल्मीकि समाज के लोग सुभाष बाल्मीकि के प्रयासों से बहुत ज्यादा खुश हैं।  उन्होने इस कार्य के लिये सुभाष बाल्मीकि के चन्दौसी स्थित आवास पर आकर उन्हें पटका पहना कर, फूलों का बुके तथा मिठाई देकर सम्मानित किया।

         विदित हो कि ग्राम लोहामई की आबादी करीब 3000 की है। जिसमें बाल्मीकि समाज के 15-20 परिवार रहते हैं। बाकी सवर्ण तथा अन्य जाति के लोग हैं। देश को आजाद हुए 75 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। इस बीच देश तथा प्रदेश में अनेकों सरकारें आयीं। जिन्होने छुआछूत मिटाने एवं सबको समान अधिकार के बड़े बड़े दावे किये। उन्होने गांव में बाल्मीकि लोगों को वोट बैंक के रुप में इस्तेमाल भी किया लेकिन कभी उनकी पीड़ा को जानने का प्रयास नहीं किया। गांव में बाल्मीकि समाज के दमन का आलम यह है कि आजादी के बाद से ही गांव के अन्य लोगों ने दबंगई के चलते गांब में किसी भी बाल्मीकि की बारात नहीं चढ़ने दी है। बाल्मीकि समाज के लोग भी उनसे इतने भयभीत हैं कि कोई भी उनका विरोध करने अथवा अधिकारियों से इस बात की शिकायत करने का साहस नहीं जुटा सका था।

जब गांव के राजू चैहान बाल्मीकि की पुत्री रवीना का विवाह तय हुआ तो उसकी इच्छा थी कि उसकी बेटी की बारात गांव में बैंड बाजों के साथ धूम धाम से चढ़े। इसके लिये राजू ने सुभाष बाल्मीकि से संपर्क कर गांव के इतिहास तथा समस्त घटनाक्रमों से उन्हें अवगत करवाया। इस पर सुभाष बाल्मीकि ने राजू की पूरी मदद करते हुए समस्त पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क कर समस्त प्रकरण से अवगत करवाया।

सुभाष बाल्मीकि के प्रयासों का असर यह रहा कि सभी ने गांव में बारात धूमधाम से चढ़ने का न केवल आश्वासन दिया वरन भारी पुलिसबल की मौजूदगी में गांव लोहामई में राजू की बेटी की बारात धूमधाम से बैड बाजों बग्गी आदि के साथ चढ़वायी भी। बाराती नाचते गाते राजू के आवास तक पहुंचे। पूरा विवाह संपन्न होने तक भारी पुलिस बल बारात तथा राजू के परिवार की सुरक्षा में गांव में मौजूद रहा। सुभाष बाल्मीकि स्वंय भी पूरे समय शादी समारोह में शामिल रहे।

वैवाहिक कार्यक्रमों से निबट कर बुधवार को राजू चैहान बाल्मीकि तथा उनकी धर्मपत्नी ने चन्दौसी आकर सुभाष बाल्मीकि को सम्मानित किया। इस अवसर पर चन्दन बाल्मीकि, कमल बाल्मीकि सहित बाल्मीकि समाज के अन्य लोग भी उपस्थित थे।