ठंड में कोल्ड डायरिया से करें बच्चे की सुरक्षा

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  • दो दर्जन से अधिक बच्चे रोज आ रहे कोल्ड डायरिया का चपेट में

यूपी न्यूज़ भारत संभल, 20 दिसंबर 2022

जिले में प्रतिदिन कोल्ड डायरिया से पीड़ित दो दर्जन से अधिक बच्चे बाल रोेग विशेषज्ञों के पास इलाज के लिए आ रहे है। ठंड बढ़ने के कारण बच्चे वायरल इंफेक्शन के शिकार हो रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डा गौरी बताती हैं कि बच्चों को उल्टी व दस्त से शरीर में पानी की कमी हो जाती है और बच्चे कोल्ड डायरिया का शिकार हो जाते हैं। समय पर बच्चों का इलाज नहीं होने से कोल्ड डायरिया से पीड़ित बच्चों की मौत भी हो सकती है। इसलिए बच्चों में इस प्रकार का लक्षण आने पर बिना देर किए निकट के चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डा. गौरी ने बताया कि कोल्ड डायरिया से बचाव को लेकर बच्चे को बदलते मौसम में ठंड से बचाने के लिए पैरो व हाथों को सही ढक कर रखें। खाने में गर्म भोजन दें, साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना दें। खाना खाने से पहले बच्चे का हाथ साबुन से धोना चाहिए। बाहर के खाने से परहेज करें। घर का खाना ही खिलाए।

कोल्ड डायरिया के लक्षण

ठंड के कारण बच्चे को उल्टी होना, पतली लैट्रिन होना, बुखार आना, शरीर में पानी की कमी होना कोल्ड डायरिया का मुख्य लक्षण है।

कोल्ड डायरिया का उपचार

कोल्ड डायरिया होने पर ओआरएस का घोल बच्चे को पिलाना शुरू कर देना चाहिए। बच्चे को ठंड से बचाकर रखना चाहिए। जितना जल्द हो सके निकट के सरकारी अस्पताल जा कर चिकित्सक से परामर्श लेकर बीमार बच्चे को समय समय पर दवा का सेवन करवाना चाहिए। डा. हरविंदर सिंह ने बताया कि कोल्ड डायरिया पीड़ित बच्चे को ठीक होने में चार से पांच दिन तो लग जाते है। इस दौरान बच्चों को ठीक से ढककर रखना चाहिए। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क जांच एवं दवाएं उपलब्ध है।