सम्भल/चन्दौसी (राकेश हर्ष वर्धन)। एस0एम0 कालिज चन्दौसी में डा0 अरविन्द बहादुर सिंह के संयोजन में कोविड 19 के साथ नवाचार, शिक्षा और खेल प्रभाव भविष्य की चुनौतियां विषय पर एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। प्राचार्य डा0 बालेन्दु वशिष्ठ के स्वागत भाषण के बाद प्रोफेसर मनोज दीक्षित उप कुलपति श्री राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय अयोध्या ने मुख्य अतिथि एवं प्रोफेसर ए0के0 जेटली सचिव खेल विभाग रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली ने अतिथि वक्ता के रुप में संगोष्ठी को सम्बोधित किया।
उक्त संगोष्ठी में देश के अतिरिक्त अमेरिका, ईराक, ग्रीस, इजराइल और ईथोपिया जैसे देश के विभिन्न विद्वानों, शिक्षाविदों, शोधार्थियों खेल एवं तकनीकी विशेषज्ञों ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किये। डा0 अरविन्द बहादुर सिंह समन्वयक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी ने बताया कि सभी विद्वानों ने एकमत स्वर में स्वीकार किया कि कोविड 19 को एक संकट न मानकर एक चुनौती के रुप में स्वीकार करना चाहिये और छात्रों को भावी संकट का सामना करने के लिये तैयार रहना चाहिये। मानविकी, विज्ञान, वाणिज्य, तकनीक और खेलकूद विषयों से संबधित विभिन्न शोधपत्रों में कोविड 19 को अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामान्य व्यवहार पर पड़ने वाला प्रभाव तथा उपचार पर प्रकाश डाला गया। सभी ने एस0एम0 कालिज चन्दौसी को इस अद्वितीय प्रकार का अंतर्राष्ट्रीय
संगोष्ठी आयोजित करने के लिये धन्यवाद दिया। संगोष्ठी के प्रथम सत्र में संजय कुमार सी0ए0 ने तथा द्वितीय सत्र में डा0 हेमन्त कुमार ने सभी विद्वानों का आभार व्यक्त किया। विशष कुमार पाण्डेय ने संगोष्ठी की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। अंत में डा0 सूरज शर्मा सहसमन्वयक संगोष्ठी ने सभी विद्वानों का आभार व्यक्त किया। उक्त अवसर पर मुकेश बाबू, लोकेश बाबू, डा0 अजय प्रकाश, डा0 दीपिका दयालु, अंकुर श्रीवास्तव, संजय कुमार, आकाश वाष्र्णेय, अनुभव शर्मा तथा सभी शिक्षकगणों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की उपस्थिति रहीं।