सम्भल/चन्दौसी (राकेश हर्ष वर्धन)। महादलित परिसंघ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी सुभाष बाल्मीकि व जिलाध्यक्ष रिंकू चैहान ने जिलाधिकारी सम्भल के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर सरकार द्वारा परम्परागत सफाई पेशा समाज के सर्वांगीण विकास हेतु सफाई कामगार विकास निगम का गठन करने की माँग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि भारतीय समाजिक व्यवस्था के चलते हजारों सालों से सामाजिक, शैक्षणिक व राजनीतिक स्तर पर परम्परागत सफाई पेशा समाज अत्यंत पिछड़ा है।
सफाई पेशा समाज देश में भारी तादात में तो है लेकिन अलग अलग नामों से जाना जाता है। उनकी शैक्षणिक, आर्थिक व राजनीतिक व समाजिक समस्यायें एक ही हैं किन्तु भारतीय संविधान में प्रदत्त अधिकार व्यवस्था का नाम मात्र भी लाभ इनको नहीं मिल पाता है। यह समाज दो वक्त की रोटी भी गन्दगी और कूड़े के ढ़ेरों में ढ़ूंढ़ता है। महानगर पालिका, नगर निगम, नगरपालिका परिषद, नगर पंचायत, रेलवे, बैंक आदि शासकीय व अर्धशासकीय विभागों में सफाई के काम का निजीकरण होने से इन का जीवन ठेकेदारों के हाथ का खिलौना सा बन गया है। शिक्षा के निजीकरण के कारण मंहगी शिक्षा इनकी पहुँच से कोसों दूर है। 73 वर्ष की आजादी के बाद भी देश भर में छितरे वोट की संख्या और अनेकों उपजातियों में बंटे होने के कारण देश की किसी भी राजनैतिक पार्टी ने सफाई कामगार वर्ग के लोगों को राजनीति की मुख्य धारा से वंचित रखा है। इनको मुख्य धारा में जोड़ने के लिये तथा इनकी संस्कृति, विरासत, धार्मिक रीति रिवाज, सामाजिक स्वाभिमान की रक्षाहेतु समरसता के तहत विशेष जनजागृति अभियाान चलाने की आपश्यकता है। इन सबके क्रियान्वन, निगरानी, संचालन एवं पूंजि प्रबंध आदि के लिये सफाई कामगार विकस निगम का गठन ही बेहतर उपाय हो सकता है। उन्होने सरकार से शीघ्र ही इसके गठन की माँग की है।